CHAPTER 23

सात पूँछ का चूहा 

कहानी का सारांश
एक चूहा था। उसके सात पूँछे थीं। सब उसे सात पूँछोंवाला चूहा कहकर चिढ़ाते थे। तंग आकर चूहे ने नाई से अपनी एक पूँछ कटवा ली। अब उसके पास केवल छह पूँछे बची। अगले दिन चूहा जैसे ही बाहर निकला तो फिर उसे सब मिलकर चिढ़ाने लगे-छह पूंछ का चूहा, छह पूंछ का चूहा।

तंग आकर चूहा पुनः नाई के पास पहुँचा और उसने एक-एक करके अपनी सारी पूँछे कटवा दीं। अब चूहे की एक भी पूँछ नहीं बची। लेकिन फिर भी सब चूहे को चिढ़ाते-बिना पूँछ का चूहा, बिना पूँछ का चूहा।
शब्दार्थ: नाई - वह व्यक्ति जो लोगों के बाल काटता है।