पाठ 13 जहां पहियाँ है

रिपोतार्ज की परिभाषा -

रिपोर्ट किसी घटना के यथातथ्य वर्णन को कहते हैं। रिपोर्ट सामान्य रूप से समाचारपत्र के लिये लिखी जाती है और उसमें साहित्यिकता नहीं होती है। रिपोर्ट के कलात्मक तथा साहित्यिक रूप को रिपोर्ताज कहते हैं। वास्तव में रेखाचित्र की शैली में प्रभावोत्पादक ढंग से लिखे जाने में ही रिपोर्ताज की सार्थकता है।

रिपोतार्ज का अर्थ -

रिपोर्ट किसी घटना के यथातथ्य वर्णन को कहते हैं। रिपोर्ट सामान्य रूप से समाचारपत्र के लिये लिखी जाती है और उसमें साहित्यिकता नहीं होती है। रिपोर्ट के कलात्मक तथा साहित्यिक रूप को रिपोर्ताज कहते हैं।

पाठ सार

लेखक इस रिपोर्ट के द्वारा बताते हैं कि जंजीरो द्वारा समाज में फैली हुई रूढ़ियाँ संकेत कर रही हैं कि हमारे पुरुष प्रधान समाज में नारी को हमेशा से दबना पड़ा है। पर जब वह दमित नारी कुछ करने की ठानती है, तो ये ज़ंजीरें लगती हैं। तमिलनाडु की महिलाओं ने इन्ही जंजीरों को तोड़ने के लिये साइकिल चलाना शुरू किया। साइकिल सीखी एक महिला ने लेखक को बताया कि उस पर साइकिल चलाने के कारण लोगो ने व्यंग किया पर उसने ध्यान नहीं दिया। नारियो के अधिकारों के लिए जागरूकता के लिए इस पाठ के द्वारा कोशिश की गयी है आज के दौर में लड़का व लड़की में कोई अंतर् नहीं है दोनों बराबर है।

लेखक बताते हैं कि फातिमा नामक एक महिला को साइकिल का इतना चाव था कि वो रोज़ आधा घंटा किराये पर साइकिल लेती थी, गरीब होने के कारण वह साइकिल खरीद नहीं सकती थी। वहाँ लगभग सभी महिलाएँ साइकिल चलाती थी। 1992 में अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 1500 महिलाऒ ने साइकिल चलाई। वह महिलाएँ जो पहले पिता या भाई पर आश्रित थी, वह अब आसानी से कहीं भी आ जा सकती थी। इस आंदोलन से महिलाओं के न सिर्फ आर्थिक पक्ष को मजबूत किया बल्कि उनमें एक नए आत्मविश्वास का संचार भी हुआ। पुरुष वर्ग को इससे एतराज़ नहीं होना चहिए पर यदि होता है तो भी महिलाएँ इसकी परवाह नहीं करती।

कठिन शब्द अर्थ

  • चौंकने – हैरानी
  • नवसाक्षर – नयी पढ़ी लिखी
  • स्वाधीनता – आज़ादी
  • गतिशीलता – प्रगति
  • अभिव्यक्त – प्रकट
  • प्रतीक – निशानी
  • नवसाक्षर – नयी पढ़ी लिखी
  • फब्तियाँ – ताने
  • हैसियत – औकात
  • पहलुओं – पक्ष
  • आर्थिक – धन से सम्बंधित
  • गँवाती – बरबाद