वीर कुंवर सिंह

पाठ 17 वीर कुंवर सिंह

जीवनी - किसी व्यक्ति के जीवन के  चरित्र का वर्णन करना जीवनी कहलाता है अंग्रेजी में इसे बायोग्राफी कहते है।

जीवनी का सार - इस जीवनी में सं १८५७ के संग्राम का योद्धा कुंवर सिंह जी की वीरता का वर्णन किया गया है। अंग्रेजों के विरुद्ध लड़ने के कारण मांगले पांडेय जी को ८ अप्रेल १८५७ को फांसी दे दी गयी थ। १० मए १८५७ में भारतीय सैनिको ने अंग्रेज़ो के खिलाफ आंदोलन किया ११ मई को उन्होंने दिल्ली पर कब्ज़ा कर बहादुर शाह को गद्दी पे बैठा दिया भारत का शासक बना दिया। १८५७ की लड़ाई के प्रमुख सेनानी - नाना साहेब , तात्या टोपे , बाख खान , रानी लक्समी बाई , अजीममुल्ला खान , मौलवी अहमदुल्ला , बहादुर खान , राव तुलाराम जैसे लोग वीर थे  इसमें कुंवर सिंह जैसे ब्यो वृद्ध  ने भी युद्ध किया।

वीर कुंवर सिंह जी का जन्म बिहार के शाहाबाद जिले के जगदीशपुर रियासत में १७८२ में हुआ था। उनकी माँ पिता पंचरतन कुंवर और साहेबजादा सिंह थे वीर कुंवर सिंह अपने पिता की भाति वीर थे उनकी मृत्यु के बाद १८२७ में जगदीशपुर रियासत संभाली जिससे अंग्रेजो से उन्होंने जमकर लोहा लिया।

२५ जुलाई सं १८५७ को दानापुर की सैनिक टुकड़ी ने विद्रोह कर दिया वह सोन नदी पार कर आरा की और चल पड़े आरा क्रांति का मुख्य केंद्र था जिस पर कुंवर सिंह ने विजय प्राप्त करल। आधुनक शास्त्रों की कमी के कारण और जमींदारों के सहयोग से अंग्रेजो ने जगदीशपुर हथिया लिया परन्तु कुंवर सिंह ने हार नहीं मानी वह आगे की योजना सोचने लगे उन्होंने सासाराम से मिर्ज़ापुर , रीवा, कॉपी , कानपूर , लखनऊ आजमगढ़ में क्रांति की आग जलाए रखी २२ मार्च १८५८ में उन्होंने आजमगढ़ पर कब्ज़ा कर लिया २३ अप्रैल १८५८ को जीतके झंडा लहराते हुए जगदीशपुर चले गए लेकिन इसके ३ दिन बाद हे २६ अप्रेल १८५८ को उनका निधन हो गया।

वीर कुंवर सिंह युद्ध कला में कुशल , चतुर , साहसी थे  के बार अंग्रेजो को चकमा दे चुके थे एक बार गंगा नदी को पार करते हुए अंग्रेज़ डगलस को झूटी खबर में फसकर अपनी सेना के साथ शिवराजपुर से गंगा पार कर गए वे सामाजिक कार्य भी करते थे उन्होंने निर्धनों के लिए सहायता , कुए खुदवाये वे अत्यंत उदार संवेदनशील व्यक्ति थे लोकभाषाओं में आज भी उनका वीर सेनानी का यशगान किया जाता है।

कठिन शब्द अर्थ

  • अभिराम - सुन्दर
  • रजवाड़े - छोटी छोटी रियासत
  • कूच करना - चडान कर जाना
  • जय घोष  - जय का नारा
  • मुक्तिवाहिनी - मुक्ति रुपी नाव
  • संचालक - चलाने वाला
  • निकट - समीप
  • अफवाह - झूठ

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