पाठ 10  अपूर्व अनुभव

संस्मरण का अर्थ

स्मृति के आधार पर किसी विषय पर अथवा किसी व्यक्ति पर लिखित आलेख संस्मरण कहलाता है। यात्रा साहित्य भी इसके अन्तर्गत आता है। संस्मरण को साहित्यिक निबन्ध की एक प्रवृत्ति भी माना जा सकता है। ऐसी रचनाओं को 'संस्मरणात्मक निबंध' कहा जा सकता है।

यह संस्मरण में एक जापान की घटना जो दो बच्चों के बीच घटित हुई जिसमे उसका मनोबल दिखाया गया है इसमें तोतो- चान और यासुकि चान है। यासुकि चान को पोलियो था और तोत्तोचान  उसे पेड़ पे चढ़ाना चाहते थे तो तोत्तो-चान ने अपनी योजना को बड़ों से इसलिए छिपा लिया कि उसमें जोखिम था, यासुकी-चान के गिर जाने की संभावना थी। फिर भी उसके मन में यासुकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने की इच्छा थी। ऐसी दृढ़ इच्छाएँ बुधि और कठोर परिश्रम से अवश्य पूरी हो जाती हैं।

पाठ का सार - यह संस्मरण जापानी भाषा में लिखा गया है जिसमे तोमोय में पड़ने वाले तोतो चान यासुकि चान दो जापानी बच्चों के संघर्ष को दिखाया गया है यहां हर एक बच्चा हर पेड़ को खुद काचढ़ने का पेड़ मानता था, वह उनकी निजी सम्पति होती थी तोतो चान यासुकि चान को पेड़  पे चढ़ाने का न्योता देती है पर उसके पोलियो के कारन वह चढ़ नहीं सकता था।

तोत्तोचान का पेड़ बाहर जाने वाली कुहुंबूत्सु के पास था उसपे चढ़ने से पैर फिसलते थे जमीन से छह फुट ऊचा द्विशाखा तक चढ़ा जा सकता था वह झूले जैसी थी तोतो चान स्कूल की छुट्टी के बाद स्कूल के बाद व्ही चढ़ी मिलती थी वहाँ से दूर से आने वाले लोगों को देखती थी।  तोत्तोचान यासुकि चान के साथ मिलकर पेड़ पे चढ़ने की योजना बनाते है वह घर में माता पिता को कुछ नहीं बताती माँ से झूट बोलकर ाकि यासुकि छान के यहाँ जा रही है चली जाती है वह उसे स्कूल में मिलती है दोनों पेड़ के पास जाते है वह तो के बार उस पेड़ पर चढ़ चुकी थी वह यासुकि छान को चाहती थी की वो चढ़े उस पेड़ पर यासुकि छान भी बहुत उत्साहित था।

तोत्तोचान चौकीदार की छप्पर से  सीडी घसीटकर  लेकर आयी उसे पेड़ के एक तने  से लगा देती है वह यासुकि चानन को चढ़ने के लिए कहती है वह बिना सहारे के एक सीडी भी नहीं चढ़ पाता निराश हो जाता है तभी तोतो चान हार न माँके तिपाई की सीडी ले आती है पसीने से लतपथ वो उसे द्विशाखा से लगा देती है यासुकि चान पेड़ तक तो आ जाता है परन्तु चढ़ नहीं पता वह उसकी पूरी सहायता करती है उसे अपनी महंत बेकार नज़र आने लगती है।  तोत्तोचान को रोना आता है वह यासुकि चान को पेड़ की और लेटने को कहती है अपनी और खींचती है यह बहुत जोखिम भरा काम था पर यासुकि को तोतो चान पे पूरा विश्वास था वह सफल हो जाती है पसीने से लथपथ तोत्तोचान यासुकि छान का अपने पेड़ पर स्वागत करती है वे दोनों काफी देर तक पेड़ पर बातें करते रहे यासुकि छान के लिए पेड़ पे चढ़ने का ये पहला और अंतिम क्षण था।

कठिन शब्द अर्थ

  • ठिठियाकर - खिलखिलाकर
  • धकियाना - धक्का देना
  • तिपाई - तीन पैरों वाली
  • छप्पर - झोपडी के ऊपर की छत
  • धरने में - रखने में
  • थामना - पकड़ना
  • सुमों कुश्ती - जापानी खेल