पाठ 15 नौकर

यह निबंध अनु बंदोपाध्याय द्वारा रचित निबंध है गांधीजी नौकर का काम खुद से करते थे आटा चक्की पे पिसवाना और गेहू साफ़ करना।  एक बारी कॉलेज के विद्यार्थियों ने इनसे ज़िद की मदद के लिए इन्होने उन्हें गेहू साफ़ करने को कहा वे एक घंटे में हे थक गए और क्षमा मांगकर चले गए। गांधीजी ने कुछ वर्ष आश्रम का कार्य भार भी संभाला उन्हें सब्ज़ी , फल , पौष्टिक पदार्थो की अच्छी समझ थी इस कारन सभी को उबला खाना खाना पड़ता था बिना किसी शिकायत के।  गाँधी जी चमकते बर्तन बहुत पसंद थे गाँधी जी अपना कार्य स्वयं करते थे उन्हें ये बिलकुल भी पसंद नहीं था की कोई उनका कार्य करे  चक्की पे आटा पिसवाना , कुएं से पानी भरना यह सब वह खुद ही करते थे दक्षिण अफ्रीका में बोअर युद्ध के दौरान उन्होंने स्ट्रेचर पर घायलों को लड़के पच्चीस मील तक ढोया है ।  एक बार किसी तालाब का कार्य चल रहा था उनके साथी वह पे कार्य कर रहे थे उन्होंने लौटकर देखा गाँधी जी फल उनके लिए तैयार करके रखे थे।

एक बार दक्षिण अफ्रीका में भारतियों की मांगों को लेकर वह गए हुए थे वह के छात्रों ने उन्हें भोज के लिए आमंत्रित किया वे लोग इनके लिए शुद्ध शाकाहारी भोज बना रहे थे बनाने वालो में दुबला पतला आदमी भी दिखा पता चला की वह गाँधी  जी हे थे दूसरों से काम लेने में वे बहुत सख्त थे परन्तु दूसरों से काम करवाना उन्हें पसंद नहीं था वे बच्चो से बहुत प्यार करते थे उनकी अच्छी परवरिश के लिए माता पिता दोनों का होना अनिवार्य मानते थे। एक बार एक राजनैतिक सम्मलेन से दस बजे लौटकर वे अपना कमरा साफ़ कर रहे थे।

दक्षिण अफ्रीका से जेल से छूटने पे उन्होंने देखा उनकी मित्र श्रीमती पोलक जो बहुत दुबली पतली थी क्यूंकि उनका बच्चा उनका दूध पीना नहीं चोर रहा था उन्होंने उसे एक महीना अपने पास रखा प्यास लगने पे सिराहने पानी रखते थे तो उसे पीला देते थे ऐसे उस बच्चे ने माँ का दूध पीना छोड़ दिया।

गाँधी जी बड़ों का सम्मान करते थे गोखले जी गाँधी जी के साथ ठहरे थे वे उनके सभी काम स्वयं करते थे जब आश्रम में किसी को रखने की सहायता होती तो वे खुद  हरिजन को रखने का आग्रह करते थे उनके अनुसार नौकरो को वेतनभोगी नहीं अपने भए समान हे मानना चाहिए यह थोड़ा कठिन ज़रूर था परन्तु नामुमकिन नहीं उन्होंने देखा की इंग्लॅण्ड में सभी लोग नौकरो को एक समान मानते है।

कठिन शब्द अर्थ

बैरिस्टरी - वकालत

आगंतुक - अतिथि

नवागत - नया आया  हुआ मेहमान

अनुकरण करना - नक़ल करना

अधिवेशन - मीटिंग

कारकुन - कार्यकर्त्ता

प्रतिदान - किसी ली हुई वस्तु के बदले वस्तु देना