पाठ 8: सूचना लेखन

सूचना लेखन की परिभाषा

 किसी विशेष सूचना को सार्वजनिक करना सूचना लेखन कहलाता है। दूसरे शब्दों में- दिनांक और स्थान के साथ भविष्य में होने वाले कार्यक्रमों आदि के विषय में दी गई लिखित जानकारी ‘सूचना’ कहलाती है। सरल शब्दों में- संबंधित व्यक्तियों को विशेष जानकारी देना ही सूचना लेखन कहलाता है।

सूचना लेखन के प्रकार

  • सुखद सूचना
  • दुखद सूचना

सूचना लेखन के प्रारूप

सबसे पहले ऊपर केंद्र में शीर्षक के रूप में ‘सूचना’लिखा जाना चाहिए।

  • सूचना प्रसारित कराने वाली संस्था का नाम
  • दिनांक
  • विषय
  • सूचना का लेखन
  • सूचना देने वाले का पद
  • सूचना देने वाले का नाम
  • यदि आवश्यक हो तो सूचना देने वाले का पता

प्रारूप का नमूना

सूचना लेखन के उद्देश्य

  • सार्वजनिक रूप से सभी लोगों को एक साथ सूचना यानी जानकारी देना।
  • किसी महत्त्वपूर्ण घटना या कार्यक्रम के बारे में पूर्व जानकारी उपलब्ध कराना।
  • सूचना का उद्देश्य किसी विषय के बारे में अखबारी, पत्र-पत्रिकाओं आदि के माध्यम से सभी लोगों को सूचित करना होता है।
  • सूचना लेखन का उद्देश्य संक्षिप्त में पूरी सूचना अथवा जानकारी लोगों को प्रदान करना होता है।
  • जैन भारती पब्लिक स्कूल, पीतमपुरा, दिल्ली

उदहारण

 (सूचना)

दिनांक 11 मार्च, 20XX

वार्षिक समारोह का आयोजन

सभी विद्यार्थियों को यह सूचित किया जाता है कि 5 अप्रैल, 20XX को हमारे विद्यालय में बीसवें वार्षिकोत्सव का आयोजन किया जाएगा। सांस्कृतिक कार्यक्रम तथा अन्य प्रतियोगिताओं में भाग लेने के इच्छुक विद्यार्थी 2 अप्रैल, 20XX तक संगीत शिक्षिका श्रीमती छाया यादव को संपर्क कर सकते हैं।

अमित सक्सेना

स्कूल कैप्टन

सूचना की विशेषताएं-

सूचनाएं हमेशा औपचारिक होती है। सूचना में समय और तारीख का बहुत महत्व होता है। सूचनाएं किस विषय पर है और यह किस लिए लिखा जा रहा है, इस बात का विशेष ध्यान रखना चाहिए। सूचना लिखते समय हमें स्थान और पता का सही रूप से वर्णन करना चाहिए ताकि सूचना प्राप्त करने वाले व्यक्ति को सूचना के बारे में स्पष्ट रूप से जानकारी मिले।