- Books Name
- Sparsh and Sanchayan Bhag-2
- Publication
- Hindi ki pathshala
- Course
- CBSE Class 10
- Subject
- Hindi
पाठ 1: पदबंध
जब कभी एक- से अधिक पद जुड़कर एक ही व्याकरणिक इकाई का काम करते हैं, तब ऐसे पद समूह को पदबंध की संज्ञा दी जाती है।
पदबंध पांच प्रकार के होते हैं-
[1]
संज्ञा पदबंध-जहां एक से अधिक शब्द संज्ञा का काम करें, उस पद समूह को संज्ञा पदबंध कहा जाता है।
जैसे-बराबर के कमरे में रहने वाला आदमी छत से गिर पड़ा।
परिश्रम करने वाले छात्र उत्तीर्ण हो जाएंगे।
उपर्युक्त दोनों उदाहरण में मोटे छपे अंश संज्ञा पदबंध हैं।
[2]
सर्वनाम पदबंध-जो पद समूह सर्वनाम का काम करें उसे सर्वनाम पदबंध कहते हैं।
जैसे-मौत से टकराने वाला वह मर नहीं सकता।
आपके मित्रों में से कोई समय पर ना पहुंचा।
उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे अंश वाले शब्द सर्वनाम पदबंध के उदाहरण हैं।
[3]
विशेषण पदबंध-जहां एक से अधिक शब्द मिलकर किसी संज्ञा की या सर्वनाम की विशेषता प्रकट करें उन्हें विशेषण पदबंध कहते हैं।
जैसे-सामने के कमरे में रहने वाला आदमी आज नहीं दिखा।
मेरे कानपुर वाले मित्र ने मुझे एक मोटी पुस्तक भेजी ।
उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे छपे अंश विशेषण पदबंध के उदाहरण हैं।
[4]
क्रिया पदबंध-जहां एक से अधिक पद मिलकर क्रिया का कार्य कर रहे हों, वहां क्रिया पदबंध होता है।
जैसे-वह गाता हुआ जा रहा है।
बालक खेल रहा है।
उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे छपे अंश क्रिया पदबंध के उदाहरण हैं।
[5]
क्रिया विशेषण पदबंध-जहां एक से अधिक शब्द क्रिया विशेषण का काम करे, वहां क्रिया विशेषण पदबंध होता है।
जैसे- इस कार्यक्रम की समाप्ति पर हम आपके पास आएंगे।
ऐसा होने पर भी उसने हमारा कार्य कर दिया।
उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे छपे अंश क्रियाविशेषण पदबंध के उदाहरण हैं।