पाठ 1: पदबंध

जब कभी एक- से अधिक पद जुड़कर एक ही व्याकरणिक इकाई का काम करते हैं, तब ऐसे पद समूह को पदबंध की संज्ञा दी जाती है।

पदबंध पांच प्रकार के होते हैं-

[1]

संज्ञा पदबंध-जहां एक से अधिक शब्द संज्ञा का काम करें, उस पद समूह को संज्ञा पदबंध कहा जाता है।

जैसे-बराबर के कमरे में रहने वाला आदमी छत से गिर पड़ा।

परिश्रम करने वाले छात्र उत्तीर्ण हो जाएंगे।

उपर्युक्त दोनों उदाहरण में मोटे छपे अंश संज्ञा पदबंध हैं।

[2]

सर्वनाम पदबंध-जो पद समूह सर्वनाम का काम करें उसे सर्वनाम पदबंध कहते हैं।

जैसे-मौत से टकराने वाला वह मर नहीं सकता।

आपके मित्रों में से कोई समय पर ना पहुंचा।

उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे अंश वाले शब्द सर्वनाम पदबंध के उदाहरण हैं।

[3]

 विशेषण पदबंध-जहां एक से अधिक शब्द मिलकर किसी संज्ञा की या सर्वनाम की विशेषता प्रकट करें उन्हें विशेषण पदबंध कहते हैं।

जैसे-सामने के कमरे में रहने वाला आदमी आज नहीं दिखा।

मेरे कानपुर वाले मित्र ने मुझे एक मोटी पुस्तक भेजी ।

उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे छपे अंश विशेषण पदबंध के उदाहरण हैं।

[4]

क्रिया पदबंध-जहां एक से अधिक पद मिलकर क्रिया का कार्य कर रहे हों, वहां क्रिया पदबंध होता है।

जैसे-वह गाता हुआ जा रहा है।

बालक खेल रहा है।

उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे छपे अंश क्रिया पदबंध के उदाहरण हैं।

[5]

 क्रिया विशेषण पदबंध-जहां एक से अधिक शब्द क्रिया विशेषण का काम करे, वहां क्रिया विशेषण पदबंध होता है।

जैसे- इस कार्यक्रम की समाप्ति पर हम आपके पास आएंगे।

ऐसा होने पर भी उसने हमारा   कार्य कर दिया।

उपर्युक्त उदाहरण में काले मोटे छपे अंश क्रियाविशेषण पदबंध के उदाहरण हैं।