परिभाषा, प्रकार, प्रारूप,महत्त्व , विशेषताएं,उदाहरण

पाठ 8: संदेश लेखन

संदेश लेखन का अर्थ- संदेश का अर्थ होता है कि कोई महत्वपूर्ण बात या फिर कोई उद्देश्यप्रद कही गई बात या लिखित भाषा में कोई सूचना या समाचार जो हमें किसी दूसरे को देना होता है, उस प्रक्रिया को हम संदेश कहते हैं।

संदेश के प्रकार

संदेश दो प्रकार के होते हैं

  • औपचारिक संदेश
  • अनौपचारिक संदेश

संदेश लिखने के उद्देश्य

संदेश लिखने के पीछे कई उद्देश्य हो सकते हैं।

स्कूलों में छात्रों को संदेश लिखने की विधि समझाना।

कलात्मक और रचनात्मक और बहुत प्रकार की बौद्धिक विकास के लिए भी हम संदेश लेखन का प्रयोग करते हैं।

समाज को जागरूक करने के लिए भी हम संदेश लेखन का प्रयोग करते हैं।

लोगों तक महत्वपूर्ण बातों को पहुंचाने के लिए या व्यक्त करने के लिए भी हम संदेश लेखन का उपयोग करते हैं।

संदेश लेखन के प्रारूप

सन्देश लेखन की विशेताएं

संदेश विशेष विषय पर लिखी जाती है। संदेश लेखन में केवल महत्वपूर्ण बातें ही लिखी जाती है। संदेश लेखन यदि अनौपचारिक हो, तो भाषा का उपयोग पर ज्यादा ध्यान नहीं दिया जाता है लेकिन अगर संदेश औपचारिक हो तो भाषा पर विशेष ध्यान दिया जाता है।

उदाहरण

औपचारिक संदेश लेखन

शिक्षक दिवस के अवसर पर विज्ञान शिक्षक को एक पत्र लिखना।

“शिक्षक एक दिया के जैसा होते है, जो खुद जलकर दूसरो को रोशन कर देते हैं।”

दिनांक : 06/06/2021

समय : 01:00 pm

आदरणीय गुरु जी,

आशा करता हूँ कि आप सकुशल होंगे। आपके द्वारा मिली प्रोत्साहन और मोटिवेशन भरी शिक्षा के वजह से मै आज दसवीं कक्षा में विज्ञान के विषय में अच्छे अंकों से उतीर्ण हो गया हूँ। जिसके लिए मै आपका सदा आभारी रहूँगा। मै भगवान से यही प्रार्थना करता हूँ, कि आपके जैसा शिक्षक सभी विद्धार्थी को मिले, ताकि उनकी भी जीवन सँवर जाये। शिक्षक दिवस के अवसर पर मै आपको तहे दिल से आपको ढेर सारी शुभकामनाएं।

आपका छात्र,

राहुल

अनौपचारिक संदेश लेखन

छोटी बहन के जन्मदिन पर एक बधाई संदेश।

दिनांक : 06/06/2022

समय : 12:04 pm

मेरी प्यारी बहन गुड़िया आपको इस जन्मदिन पर ढ़ेर सारी बधाई। आशा करता हूँ कि तुम सकुशल होगी। तुम हमेशा खुश रहो, स्वस्थ्य रहो यही मै हमेशा दुआ करता हूँ। और मै भगवान से यह प्रार्थना करुँगा कि इस साल आपके जीवन की सारी परेशानी दूर हो जाए और आने वाली सभी परीक्षा मे आप खूब मेहनत करो और अच्छे नम्बर से उत्तीर्ण हो जाओं।

तुम्हारा भाई दीपक