पाठ 5: अनुच्छेद लेखन

अनुच्छेद लेखन का अर्थ-

किसी एक विषय पर लिखे गए अपने भाव या विचार से संबंद्ध तथा लघु- वाक्य समूह को अनुच्छेद लेखन कहते हैं।

अनुच्छेद की भाषा

अनुच्छेद की भाषा सरल, स्पष्ट और प्रभावशाली होनी चाहिए।

वर्तनी एवं विराम चिन्ह

अनुच्छेद लेखन में शुद्ध वर्तनी और विराम चिन्ह का उचित प्रयोग होना चाहिए ताकि भाषा स्पष्ट हो जाए।

शुद्ध भाषा का प्रयोग

अनुच्छेद लेखन में व्याकरण के नियमों के अनुसार शुद्ध भाषा का प्रयोग होना चाहिए ताकि अनुच्छेद प्रभावशाली हो।

अनुच्छेद लेखन की प्रमुख विशेषताएं-

अनुच्छेद किसी एक भाव या विचार या तथ्य को एक ही बार एक स्थान पर व्यक्त करता है इसमें अन्य तथ्य की जानकारी नहीं होती।

उदाहरण

मुख्य विषय

(वन और पर्यावरण का सम्बन्ध)

संकेत-बिंदु –

  • वन प्रदुषण-निवारण में सहायक,
  • वनों की उपयोगिता, वन संरक्षण की आवश्यकता,
  • वन संरक्षण के उपाय।

वन और पर्यावरण का बहुत गहरा सम्बन्ध है। प्रकृति के संतुलन को बनाये रखने के लिए पृथ्वी के 33% भाग को अवश्य हरा-भरा होना चाहिए। वन जीवनदायक हैं। ये वर्षा कराने में सहायक होते हैं। धरती की उपजाऊ शक्ति को बढ़ाते हैं। वनों से भूमि का कटाव रोका जा सकता है। वनों से रेगिस्तान का फैलाव रुकता है, सूखा कम पड़ता है। वन ही नदियों, झरनों और अन्य प्राकृतिक जल स्रोतों के भण्डार हैं। वनों से हमें लकड़ी, फल, फूल, खाद्य पदार्थ, गोंद तथा अन्य प्राप्त होते हैं। आज भारत में दुर्भाग्य से केवल 23% वन बचे हैं। जैसे-जैसे उद्योगों को संख्या बढ़ रही है, शहरीकरण हो रहा है, वाहनों की संख्या बढ़ती जा रही है, वैसे-वैसे वनों की आवश्यकता और बढ़ती जा रही है। वन संरक्षण एक कठिन एवं महत्वपूर्ण काम है। इसमें हर व्यक्ति को अपनी जिम्मेदारी समझनी पड़ेगी और अपना योगदान देना होगा। अपने घर-मोहल्ले, नगर में अत्यधिक संख्या में वृक्षारोपण करना चाहिए।

शब्दों की संख्या

अनुच्छेद लेखन में शब्दों की सीमित संख्या होती है, जिसे 80 से 100 शब्दों के बीच रखा जाता है।